WHO ने लोगों को कोरोना से जुड़े कुछ मिथकों की सच्चाई बताई, जानें क्या सच है और क्या झूट?

WHO ने लोगों को कोरोना से जुड़े कुछ मिथकों की सच्चाई बताई, जानें क्या सच है और क्या झूट?

अम्बुज यादव

कोरोना वायरस इस समय महामारी की तौर पर पूरे विश्व में फैल चुका है। इसका डर इस कदर फैला है कि लोग इसको लेकर कई तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। यही नहीं सोशल मीडिया पर इससे बचने औऱ फैलने के इतने तरीके और अफवाहें फैल रही हैं कि लोग उसे सच मानकर हैरान हो रहे हैं और अपने आपको दुविधा में डाल रहे हैं। ऐसे ही कई तथ्यों और मिथकों के बारे में आज हम आपको बताएंगे। तो आइए जानते हैं कुछ मिथकों के बारे में जो लोगों को काफी डरा रहे हैं। लेकिन उसके पहले आपको बता दें कि यह वायरस अबतक 70 देशों को प्रभावित कर चुका है और इसकी वजह से लगभग 3800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं अबतक इस वायरस से 109600 लोग प्रभावित हो चुके हैं। हांलाकि राहत वाली बात यह कि अबतक 60 हजार से ज्यादा लोगों को इस वायरस से बचाया जा चुका है।

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लगातार बढ़ रहे इसके मरीजों को देखते हुए और इससे लोगों के बीच बढ़ते डर को दूर करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोशल मीडिया पर फैल रहे मिथकों से पर्दा उठाया है। क्योंकि अधिकतर लोग इस मिथकों को सच मानकर कोरोना वायरस से बचने पर उतारु हो गए थे। अगर आप भी उस मिथक को सच मानते है तो अभी छोड़ दे क्योंकि वह मिथक आपके लिए हानिकारक है। तो आइए जानते है कुछ मिथकों के बारें में-

गर्म पानी से नहाने पर दूर नहीं होगा कोरोना

गर्म पानी से नहाकर आप कोरोनावायरस से नहीं बच सकते हैं। आपके शरीर का सामान्य तापमान  36.5 से 37 डिग्री सेल्सियस रहता है फिर चाहे आपके पानी का तापमान कितना ही क्यों न हो। दरअसल ज्यादा गर्म पानी से नहाना आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है क्योंकि ये आपको जला सकता है। कोरोना से बचने का सबसे सही तरीका है बार-बार अपने हाथ धोना। ऐसा करने से आप अपने हाथों से वायरस को हटा सकते हैं और आंख, मुंह और नाक को छूकर फैलने वाले खतरे को रोक सकते हैं।

हैंड ड्राइर कोरोना को मारने में प्रभावी नहीं

हैंड ड्राइर कोरोना को मारने में बिल्कुल भी प्रभावी नहीं है। अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए आप बार-बार एल्कोहल बेस्ड हैंड रब का इस्तेमाल करें या फिर साबुन और पानी से हाथ धोएं। अगर आपके हाथ साफ हैं तो आप पेपर टावल का प्रयोग कर सकते हैं या फिर आप गर्म हवा वाले ड्राइर का इस्तेमाल करें।

गर्मियों में खत्म नहीं होगा कोरोना

डब्लूएचओ हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल रयान का कहना है कि ऐसे कोई सबूत नहीं है कि गर्मियों में कोरोना खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा, '' हम अभी इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि वायरस का व्यवहार अलग जलवायु स्थिति में कैसा रहने वाला होगा। हम ये मान रहे हैं कि वायरस में क्षमता है कि वह फैलना जारी रख सकता है।''

वस्तुओं को छून से नहीं फैलता कोरोना

डब्लूएचओ के मुताबिक, भले ही कोरोनावायरस कुछ घंटों या कई दिनों तक सतहों पर रह सकता है लेकिन ऐसी संभावना बहुत कम है कि वायरस एक जगह से दूसरी जगह ले जाने या फिर विभिन्न स्थितियों और तापमान के संपर्क में रहने के बाद भी वहां बना रहेगा। अगर आपको ऐसा लगता है कि सतह दूषित हो सकती है, तो इसे साफ करने के लिए आप कीटाणुनाशक का उपयोग करें। सतह या वस्तु को छूने के बाद अपने हाथों को अल्कोहल बेस्ड हैंड रब से साफ करें या उन्हें साबुन और पानी से धोएं।

मच्छर के काटने से नहीं फैलता कोरोना

अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है कि मच्छरों के काटने से कोरोनावायरस फैल सकता है। कोरोना सांस संबंधी एक वायरस है, जो किसी व्यक्ति के खांसने या छींकने की बूदों के पड़ने से फैलता है। अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए आप बार-बार एल्कोहल बेस्ड हैंड रब का इस्तेमाल करें या फिर साबुन और पानी से हाथ धोएं। इसके अलावा आप खांसने और छींकने वाले व्यक्ति से उचित दूरी बनाएं रखें।

थर्मल स्कैनर कोरोना का पता लगाने में प्रभावी

थर्मल स्कैनर कोरोना के संक्रमण से बीमार हुए व्यक्ति का पता लगाने में प्रभावी हैं क्योंकि बीमार व्यक्ति को सबसे पहले बुखार होता है, जिसका थर्मल स्कैनर आसानी से पता लगा सकता है। हालांकि ये उन लोगों का पता नहीं लगा सकता, जो संक्रमित हैं लेकिन अभी तक बुखार से बीमार नहीं हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसके लक्षण सामने आने में 2 से 10 दिन का वक्त लगता है और व्यक्ति इस दौरान ही बीमार और बुखार का शिकार होता है।

कोरोनावायरस को खत्म नहीं कर सकता ठंडा मौसम और बर्फ 

इस बात पर विश्वास करने का कोई कारण नहीं है कि ठंडा मौसम कोरोनावायरस या अन्य किसी बीमारी को खत्म कर सकता है। मानव का सामान्य शरीर का तापमान 36.5 से 37 डिग्री सेल्सियस रहता है फिर चाहे बाहर मौसम कैसा भी क्यों न हो। कोरोनावायरस से सुरक्षित रहने का सबसे प्रभावी तरीका है बार-बार अपने हाथों को एल्कोहल बेस्ड हैंड रब से साफ करना या फिर साबुन और पानी से हाथ धोना।

शराब या क्लोरिन छिड़कने से नहीं मरता वायरस

अपने शरीर पर शराब या क्लोरिन छिड़कने से वायरस को खत्म करने का मिथ बिल्कुल गलत है क्योंकि ये आपके शरीर में पहले ही प्रवेश कर चुका होता है। ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना आपके कपड़ों और आंख व मुंह के लिए हानिकारक हो सकता है।

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